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500 कहानियाँ

"अभी थोड़ी देर पहले, तो तुमने कहा था कि मेरा,पति, मेरे पापा के साथ शराब पी रहा है"?शांति ने कहा

"वह, कोई और था "दीदी"! "यह, वह नहीं थे"! उस लड़के ने स्पष्ट कहा

"अब बोलो, "क्या कह रही थी तुम, कि मैं, तुम्हारे पापा को मारना चाहता हूं और उनकी जायदाद पर, कब्जा करना चाहता हूं और बहुत बुरा गिरा हुआ इंसान हूं, अरे अपनी गिरी हुई सोच को पर उठाओ, ले बेटा, ₹500 ले जाओ और एश करना"! धर्मेंद्र ने उस लड़के को पैसे देते हुए कहा

"तुम, इस लड़के को पैसे क्यों दे रहे हो"? शांति ने पूछा

"उसने सच बोला, इसलिए दिए और पहले, अपने बेवड़े बाप को सुधारो, गांव वाले बता रहे थे, बहुत ऊंचे लेवल का पियक्कड़ है तुम्हारा बाप"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुम्हारा बाप होगा, उंचे लेवल का पियक्कड़"! शांति ने गुस्से में कहा

"अरे, पर मेरे पापा तो शराब को हाथ तक नहीं लगाते हैं"! धर्मेंद्र ने बताया

"हाथ नहीं लगाते, तो मुंह जरूर लगाते होंगे"! शांति ने कहा

"वह तो मुंह भी नहीं लगाते हैं पर तुम्हें, हर बात पर मुंह लगना बहुत अच्छे से आता है"! धर्मेंद्र ने कहा

"फिर हो गए शुरू, चलो खाना खा लो"! शांति ने कहा

"अरे, वाह क्या बात है"? "ससुराल में तो उठकर, एक गिलास पानी नहीं पीती हो और मायके में खाना बना रही हो, मतलब माइके वालों ने रानी को नौकरानी बना रखा है और मैंने नौकरानी को रानी बना रखा है"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुम्हारे हाथों की जली हुई रोटी और बेस्वाद सब्जी, खाकर जी भर गया था, इसलिए आज खुद ही बना दिया"! शांति ने बताया

"क्या बनायाबनाया"? धर्मेंद्र ने पूछा

"बैंगन का भर्ता"!

"तुम्हें अच्छे से पता है, में बैंगन का भर्ता नहीं खाता हूं, उससे मुझे पेट दर्द होता है"! धर्मेंद्र ने कहा

"इसीलिए तो बनाया है, मेरा मतलब पापा को बहुत पसंद है, इसलिए बनाया है और बनाने के लिए कुछ था भी नहीं, तुम सुबह मार्केट जा कर सामान ले आना"! शांति ने कहा

"कुछ देर बाद"

"धर्मेंद्र टावेल से हाथ साफ कर रहा है, तभी शांति पूछती है "खाना खा लिया"!

"हां",,,,"खा लिया, हमारा बिस्तर कहां लगाया है"? धर्मेंद्र ने पूछा

"पापा के पास"! शांति ने बताया

"क्या"? "हम पापा के पास सोएंगे"! धर्मेंद्र ने पूछा

"हम, नहीं तुम सोओगे, हम यहां पापा की सेवा करने आए हैं, हनीमून मनाने नहीं आए हैं"! शांति ने कहा

"तुम्हारे पापा, डायनासोर जैसे लंबे-लंबे खर्राटे लेते हैं, मैं उनके पास नहीं सोऊंगा"! धर्मेंद्र ने स्पष्ट कहा

"अरे, बुजुर्ग आदमी है, उनकी तबीयत खराब है, ऐसे समय में हमें, उनकी सेवा करके आशीर्वाद लेना चाहिए, अगर हम इनकी सेवा करेंगे तो हमारे बच्चे हमारी सेवा करेंगे, जैसी करनी वैसी भरनी, समझे"! शांति ने समझाते हुए कहा

"इनके रातभर, खर्राटे सुनकर अपनी नींद खराब करने से कौन सी सेवा होगी"? धर्मेंद्र ने पूछा

"ज्यादा मुंह मत चलाओ और चुपचाप जाकर सो जाओ, उनके पास, कोई बात, प्यार से समझ नहीं आती है"! शांति धक्का मारते हुए, कमरे में ले जाती है और बाहर से दरवाजा लगा देती है

धर्मेंद्र का ससुर, गहरी नींद में जोर जोर से खराटे मार रहा है, इससे धर्मेंद्र को नींद नहीं आ रही है

"ससूर जी, ससूर जी"! धर्मेंद्र उठाते हुए कहा

ससुर उठकर, धर्मेंद्र की कालर पकड़ता है और कहता है -"मैं गदर देख रहा हूं, तारा सिंह, अगर अब मुझे डिस्टर्ब किया तो तेरे हाथ से बर्मा छुड़ाकर, तेरे सिर पर मार दुंगा"! ससुर फिर सो कर खर्राटे मारने लगता है

पास सोया धर्मेंद्र, उसके खर्राटों से बहुत परेशान हो जाता है, कभी वह अपने कान के में उंगली डालता है तो कभी कान पर तकिया लगाता है, पर ससुर और जोर-जोर से खर्राटे ले रहा है, इसीलिए धर्मेंद्र, बहुत चीड़ जाता है और तकिये से ससुर का मुंह दबा देता है

फिर ससुर धर्मेंद्र को धक्का मारता है जिससे धर्मेंद्र बेड से नीचे गिर जाता है ओर उठकर कहता है -"ओ तारिया, तु, मेरी बेटी सकीना को उल्लू बना कर ले गया था, अब तू, मेरी दूसरी बेटी शांति को भी बेवकूफ बना कर ले जाना चाहता है, अशरफ अली, तेरी खोटी नजर को पहचान गया है"! ससुर ने कहा

"गदर 2,में तो सनी देओल, अपने बेटे को लेने पाकिस्तान जाता है, यह बुड्ढा मुझे गदर 3 की स्क्रिप्ट क्यों सुना रहा है"!

धर्मेंद्र ने मन में सोचा और बोला -"अरे ससुर जी, आप, अशरफ नहीं हो, द ग्रेट खली हो, गदर के कैरेक्टर से बाहर निकलो"!

"अरे जमाई जी, नीचे क्यों पड़े हो, ऊपर आकर सो जाओ"! ससुर ने कहा

"अरे यार, इतनी जोर जोर से खर्राटे मत लो, मुझे नींद नहीं आ रही है"? धर्मेंद्र ने बताया

"जमाई जी, सुबह ग़दर 4,देखने चलेंगे ओर मेरे खर्राटे का इलाज मेरे पास है"! ससुर ने धर्मेंद्र को दो रूई की बाती देते हुए कहा

"औ थारी, जीजी की, मुझे तो गदर 2 देखने की टिकट नहीं मिल रही है और यह बुड्ढा, गदर 4 देख रहा है"! धर्मेंद्र ने रुई की बात्ती कान में लगाते हुए सोचा ओर सो गया

सुबह हो जाती है

शांति खोलती है और धर्मेंद्र को उठाती है पर धर्मेंद्र नहीं उठता है

फिर शांति उसके कान से रुई निकाल कर फेंक देती है तो धर्मेंद्र को फिर ससुर के खर्राटे सुनाई देते हैं

"ससुर जी, खर्राटे बंद कर लो"! धर्मेंद्र ने नींद में कहा

"अरे, धीरे बोलो, पापा उठ जाएंगे, उन्हें आराम की जरूरत है"! शांति ने कहा

"शांति की यह बात सुनकर धर्मेंद्र के गुस्से से उठता है और कहता है -"पापा की नींद की फिक्र है पर पापा के खर्राटों से पति रात भर नहीं सो पाया, उसकी फिकर नहीं है"!

"अरे, जमाई जी, कोई कुत्ता भौंक रहा है, उसे भगा दो"! ससुर ने कहा

"कुत्ता नहीं, तुम्हारे खर्राटे भोंक रहे हैं, उन्हें बंद कर लो"! धर्मेंद्र ने चीड़ते हुए कहा

"तमीज से बोलो और यह लो लिस्ट, घर का सामान लेकर आ जाओ"! शांति ने धर्मेंद्र की नाक नोचते हुए कहा

"अरे, ससुर जी, घर का सामान लाना है, पैसे दे दो"! धर्मेंद्र ने नाक संभालते हुए कहा

"अभी तुम्हारे पास से ले आओ, मैं, बैंक से निकाल कर दे दूंगा"! ससुर ने कहा

फिर धर्मेंद्र उठकर तैयार होता है और कुछ देर बाद अपने सिर पर सामान का बोरा लेकर घर आता है और शांति के पास रखता है

फिर शांति ठेला खोलकर सामान निकालती है और कहती है -"टमाटर कहां है"?

"भूल जाओ, टमाटर को"! धर्मेंद्र ने कहा

"क्यों"? शांति ने पूछा

"क्योंकि टमाटर अब सब्जी की दुकान पर नहीं, सुनार की दुकान पर मिलते हैं"! धर्मेंद्र ने बताया

"अरे भाव बढ़ गए तो क्या खाना पीना छोड़ देंगे, पेट्रोल के भाव बढ़ गए तो क्या लोगों ने गाड़ियां चलाना बंद कर दी, अरे लोगों की छोड़ो, खुद की पकड़ो, तुम भी तो हर दिन कपड़ों के भाव बढ़ाते हो, तो क्या लोगों ने कपड़े पहनना बंद कर दिये"! शांति ने कहा

"₹5000 यह बर्बाद हो गए मेरे, इतने का सामान तो हमारे घर का भी नहीं आता है"! धर्मेंद्र ने कहा

"चाय की पत्ती कहां है"? शांति ने पूछा

"उसकी दुकान पर चाय की पत्ती नहीं थी"! धर्मेंद्र ने बताया

"तो दूसरी दुकान से ले आते, दुनिया में एक ही दुकान पर चाय की पत्ती मिलती है क्या"?" दाले एक-एक किलो मंगाई थी, आधा आधा किलो ही लाए हो, शैंपू, हेड एंड शोल्डर के मंगवाए थे, अठन्नी वाले उठा लाये, कंजूस कहीं के"!

"पैसे खत्म हो गए थे, ससुर जी, बैंक से निकलकर देंगे तो बाकी का सामान ले आऊंगा"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुमने यह 10-20 के सामान के लिए पापा से पैसे मांगे, तुम्हें शर्म नहीं आई"? शांति ने आश्चर्य से पूछा

तुम ₹5000 को ₹10 20 रुपये समझती हो, कपड़ों का व्यापारी हूं, बंदर का मदारी नहीं हूं, एक रूपये की भी अहमियत बहुत अच्छे से समझता हूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"एक नंबर के कंजूस, मक्खीचूस हो तुम, घटिया क्वालिटी का सस्ता सामान, खरीद कर खुद को होशियार समझते हो, नमक भी नहीं लाये, क्या नमक भी सुनार की दुकान पर मिलता है"? शांति ने कहा

"अरे, क्या हर चीज का ठेका मैंने ही ले रखा है, जमाई हूं, कोई हलवाई नहीं हूं, सामान लेकर आ रहा था तो मोहल्ले के लोग हंस रहे थे मुझ पर"! धमेंद्र ने बताया

"भूख लगेगी तो, मोहल्ले के लोग, खाने को नहीं दे देंगे और अपने घर का काम करने में कैसी शर्म, अगर ज्यादा ही शर्म आती है, तो दो-चार नौकर रख लो"!शांति ने कहा

"अरे, दामाद जी, जरा इधर आना"! ससुर ने धर्मेंद्र को पुकारा

"जाओ, पापा जी, बुला रहे हैं"! शांति ने बताया

धर्मेंद्र दूसरे कमरे में बैठे, ससुर के पास आकर पूछता है -"कहिए, क्या कह रहे थे"!

"मेरा, एक जरूरी काम करोगे, मेरी दवाई लेकर आना है, मदिरालय से, ले आओगे"!ससुर ने कहा

"मदिरालय पर कौन सी दवाई मिलती है"? धर्मेंद्र ने पूछा

"अरे, देसी शराब की बोतल लेकर आना है, कल बहुत चढ़ा ली थी, इसलिए हैंगओवर उतारना है"! ससुर ने कहा

"सारी ब्रांड का तो स्टॉक है, तुम्हारे पास, उसी में से, पी लो"! धर्मेंद्र ने कहा

"अरे यार, आज देसी पीने का मूड कर रहा है, जाओ, लेकर आओ"! ससुर ने पैसे देते हुए कहा

"आपने, बैंक से पैसे निकाल लिये, मेरे भी दे दो, सुबह घर का 5000 का सामान लेकर आया था"! धर्मेंद्र ने पैसे लेकर कहा

"अभी थोड़ी देर बाद पेटीएम कर दूंगा"! ससुर ने कहा

"अभी कर दो, ससुर जी"! धर्मेंद्र ने कहा

"अभी मोबाइल डिस्चार्ज पड़ा है, थोड़ा चार्ज हो जाने दो"! ससुर ने बताया

"ठीक है, लाकर दे दूंगा, शांति को पता नहीं चलना चाहिए"! धर्मेंद्र ने कहा

"अरे, चिंता मत करो, शांति को पता नहीं चलेगा"! ससुर ने कहा

धर्मेंद्र घर से बाहर आता है तो एक घूंघट ओड़े, औरत उसे, इशारे से बुलाती है, धर्मेंद्र उसके पास जाता है तो वह कहती है -"राम-राम जमाई साहब, कैसे हो आप"?

"अच्छा हूं, मैंने, आपको पहचाना नहीं"! धर्मेंद्र ने कहा

"अरे, जान पहचान ककरके, में कौन सी शादी करना है, जरा आपका फोन देना, मुझे, मेरे भाई से बात करना है"!

धर्मेंद्र उसे फोन देता है फिर वह किसी को फोन लगाकर उल्टी -सुल्टी बातें करती है तो धर्मेंद्र उससे फोन छुड़ा लेता है

"अरे, जमाई जी, शांति कैसी है"? उस औरत ने पूछा

"बढ़िया है"! धर्मेंद्र ने अपना हाथ का पंजा, दिखाते हुए कहा

फिर उसने पलट कर देखा तो शांति को पाया, जो गुस्से से, उसकी और देख रही है "अरे, कुछ नहीं यार, काकी, हमारा हाल-चाल पूछ रही थी"! धर्मेंद्र ने कहा

पर शांति को धर्मेंद्र की यह हरकत, अच्छी नहीं लगती और वह मुंह फेर कर चली जाती है और धर्मेंद्र मदिरालय पहुंचता है और एक नौजवान युवक से टकरा जाता है -"अरे सॉरी, अंकल"! उसे लड़के ने कहा

"बेटा, नहीं-नई जवानी के जोश में, ज्यादा फुदक फुदक मत कर, तुझे, मैं अंकल दिख रहा हूं, आधार कार्ड चेक कर ले, तुझसे से तो दो-तीन महीने छोटा ही होगा"! धर्मेंद्र ने कहा

"अरे, यार दोस्त, बुरा क्यों मान रहा है, दो-चार पैक मार ले"! उस लड़के ने, धर्मेंद्र के सामने बियर देते हुए कहा

"पीले "धर्मेंद्र"! "बली का बकरा, खुद हलाल होने आया है, बियर से बदबू भी नहीं आती है, शांति को पता नहीं चलेगा"! धर्मेंद्र, अपने मन में यह विचार कर, उसकी बच्ची हुई, सारी बियर एक साथ, में पी जाता है"!

वह लड़का तुरंत जाता है और दो बियर ओर लेकर आता है, अब धर्मेंद्र और वह लड़का दोनों, कलाली के पास बैठ गए हैं और पी रहे हैं -"अरे दोस्त, तुम्हारा फोन देना, मुझे एक जरूरी कॉल करना है"! लड़के ने कहा

फिर वह किसी को फोन लगा कर कहता है -"मैं, धर्मेंद्र बोल रहा हूं, आज शाम 5:00 बजे, नौ दो ग्यारह, चौराहे पर आ जाना, अरे पगली, प्यार में उम्र नहीं देखी जाती है, मैं, तुम्हारा इंतजार करूंगा"! लड़के ने कहा

धर्मेंद्र ने उस लड़के के सिर पर मारा, उससे मोबाइल छुड़ाया और कहा -"मेरा नाम भी, धर्मेंद्र है, अगर तूने कोई उल्टा सीधा कांड कर दिया तो मैं, फोकट में बदनाम हो जाऊंगा, अब चलता हूं"!

फिर धर्मेंद्र उठकर दुकान से, देसी शराब की बोतल लेता है तो और पैसे बच जाते हैं फिर वह एक बीयर और ले लेता है, ससुर जी के पैसों में, से और बैठकर पीता है

जब उसे चढ़ जाती है तो वह सोचता है -"यही थोड़ी देर आराम कर लेता हूं, थोड़ी देर सो जाऊंगा, तो उतर जाएगी"!

यह सोचकर वह वहीं पर सो जाता है, शाम के 5:30 बज गए हैं और धर्मेंद्र अभी भी यही सोया है, उधर दूसरी तरफ शांति के पास, वही लड़का भागकर आता है और कहता है -"दीदी"! "आपका पति धर्मेंद्र, हेमा काकी को भगाकर ले गया, पूरे गांव में खबर फेल गई है, हेमा काकी, का पति मुच्छड़ लाल गुस्से में ,तुम्हारे घर आ रहा है"!

"क्या"? शांति आश्चर्य से कहा


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4 Comments

kashish

24-Sep-2023 12:45 PM

Awesome part

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madhura

24-Sep-2023 10:52 AM

Beautiful part

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Anjali korde

17-Sep-2023 08:15 AM

Amazing

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